तब कलम उठाकर फिर से हमने कुछ सुकून दिलों में संजोया । तब कलम उठाकर फिर से हमने कुछ सुकून दिलों में संजोया ।
ज़रा सा अपने मन का भी होता देख लूं क्या पता जो हो रहा है वही सही है क्योंकि कहते हैं ना भगव... ज़रा सा अपने मन का भी होता देख लूं क्या पता जो हो रहा है वही सही है क्योंक...
मुझे रोने पर मजबूर करो शायद आँखें थक जाएंगी मुझे रोने पर मजबूर करो शायद आँखें थक जाएंगी
उंगलियों में एहसासों की मेंहदी है उंगलियों में एहसासों की मेंहदी है
कलम में कैद है, तराना इस कायर का गजब शायरी लिखे, अफसाना शायर का। कलम में कैद है, तराना इस कायर का गजब शायरी लिखे, अफसाना शायर का।
हम सबके बचपन का साथी है यह , दुख और सुख का हमारे जुड़ा है इससे नाता , बरगद की छांव और हम सबके बचपन का साथी है यह , दुख और सुख का हमारे जुड़ा है इससे नाता , बरगद ...